GETTING MY HANUMAN CHALISA TO WORK

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व्याख्या — गोस्वामी श्री तुलसीदास जी की ‘कवितावली’ में ‘अमित जीवन फल’ का वर्णन इस प्रकार है –

जपत निरन्तर हनुमत बीरा ॥२५॥ सङ्कट तें हनुमान छुड़ावै ।

व्याख्या – श्री हनुमान जी को जन्म से ही आठों सिद्धियाँ प्राप्त थीं। वे जितना ऊँचा चाहें उड़ सकते थे, जितना छोटा या बड़ा शरीर बनाना चाहें बना सकते थे तथा मनुष्य रूप अथवा वानर रूप धारण करने की उनमें क्षमता थी।

कानन कुण्डल कुञ्चित केसा ॥४॥ हाथ बज्र औ ध्वजा बिराजै ।

भावार्थ – श्री सनक, सनातन, सनन्दन, सनत्कुमार आदि मुनिगण, ब्रह्मा आदि देवगण, नारद, सरस्वती, शेषनाग, यमराज, कुबेर तथा समस्त दिक्पाल भी जब आपका यश कहने में असमर्थ हैं तो फिर (सांसारिक) विद्वान् तथा कवि उसे कैसे कह सकते हैं? अर्थात् आपका यश अवर्णनीय है।

[Maha=fantastic;Beera=Brave; Vikram=great deeds; bajra=diamond; ang=body areas; kumati=undesirable intellect; nivara=remedy, thoroughly clean, wipe out; sumati=fantastic intelligence; ke=of; sangi=companion ]

What transpires upcoming differs by account, but a standard tale is always that soon after going to Sita, he starts destroying the grove, prompting his seize. Whatever the tale, he ends up captured in the court of Ravana himself, who laughs when Hanuman tells him that Rama is coming to get back again Sita. Ravana orders his servants to gentle Hanuman's tail on fireplace as torture for threatening his protection. Nevertheless, whenever they put on an oil-soaked fabric to burn off, he grows his tail for a longer time to ensure that additional cloths need to be additional.

बिना श्री राम, लक्ष्मण एवं सीता जी के श्री हनुमान जी का स्थायी निवास सम्भव भी नहीं है। इन चारों को हृदय में बैठाने का तात्पर्य चारों पदार्थों को एक साथ प्राप्त करने का है। चारों पदार्थों से तात्पर्य ज्ञान (राम), विवेक (लक्ष्मण), शान्ति (सीता जी) एवं सत्संग (हनुमान जी) से है।

Putting the ring of Rama in your mouth, you jumped and flew around Ocean to Lanka, there is not any shock in that.

भावार्थ– हे हनुमान् स्वामिन् ! आपकी जय हो ! जय हो !! जय हो !!! आप श्री गुरुदेव की भाँति मेरे ऊपर कृपा कीजिये।

Thai iconography of Hanuman. He is among the most well-liked figures during the Ramakien.[141] Hanuman performs a significantly extra distinguished role from the Ramakien.[142] In contrast into the rigid devoted more info Way of life to Rama of his Indian counterpart, Hanuman is thought in Thailand as a promiscuous and flirtatious figure.

भावार्थ– जो व्यक्ति इस हनुमान चालीसा का पाठ करेगा उसे निश्चित रूप से सिद्धियों [लौकिक एवं पारलौकिक] की प्राप्ति होगी, भगवान शंकर इसके स्वयं साक्षी हैं।

Rāma RāmaLord Rama rasāyana RasāyanaMixture or collection of sweetness tumhaareTumhaareYour pāsāPāsāIn the vicinity of

कीजै नाथ हृदय महँ डेरा ॥४०॥ ॥दोहा॥ पवनतनय सङ्कट हरन मङ्गल मूरति रूप ।

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